जया किशोरी ने बताईं महाभारत की ये 3 बातें, सीख लीं तो कभी नहीं होगी हार

जया किशोरी ने बताईं महाभारत की ये 3 बातें, सीख लीं तो कभी नहीं होगी हार

भगवान की हर कथा हमें कुछ सीखाती है. साथ ही उनकी हर लीला भी हमें कुछ सीख देकर जाती है. 

इसी तरह के ग्रंथ रामायण और महाभारत भी है. जो अच्छा व्यक्ति बनने की शिक्षा देते हैं.  

ध्यान देने वाली बात यह है कि महाभारत की सबसे बड़ी सीख है श्रीमद्भगवद्गीता. जिसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जीवन के उपदेश दिए हैं. 

तो आइए जया किशोरी जी से जानते हैं महाभारत की उन तीन सीखों के बारे में जिससे व्यक्ति अपना जीवन प्रेम और सरलता से जी सकता है. 

जिस तरह से महाभारत में शकुनी मामा की संगत में रहकर कौरव पांडवों से नफरत करने लगे थे. ठीक उसी  तरह आम जीवन में संगत बेहद महत्वपूर्ण है. 

अच्छी संगत

इसलिए गलत संगत से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. अच्छे लोगों से दोस्ती करें. सबके साथ प्रेमभाव रखें. इसलिए अपने जीवन में शकुनी को न अपनाकर श्रीकृष्ण को अपनाएं.

महाभारत के युद्ध से पहले पांडवों को 13 साल के वनवास पर जाना पड़ा था, जिस दौरान उन्हें बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था. इन्हीं कठिनाइयों से उन्हें सीख मिली और उन्होंने युद्ध में विजय प्राप्त की थी. 

कठिनाइयों से सीख लें

इसलिए, जीवन में कठिनाइयों का डटकर सामना करना चाहिए और उनसे कुछ न कुछ सीख भी जरूर लेनी चाहिए. 

महाभारत में धृतराष्ट्र पिता अच्छे थे, व्यक्ति अच्छे थे लेकिन, पुत्र मोह ने उनसे ऐसे कार्य करवा दिए. जिनसे कौरवों का पूरा वंश समाप्त हो गया था.  

जरूरत से ज्यादा भावुक होना कमजोरी है

इसलिए, भावुक होना अच्छी बात है लेकिन जरूरत से ज्यादा भावुक होना कमजोरी का रूप ले सकता है. जिसका फायदा कोई भी उठा सकता है.