20 FEB 2025
aajtak.in
26 फरवरी यानी बुधवार को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था.
हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है.
हिंदू धर्म में भगवान शिव आध्यात्मिक गुरु और योगी भी हैं. उनसे जुड़ी कई चीजों का आध्यात्मिक महत्व है.
कई लोग जो अध्यात्म और योग की राह पर चलते हैं, शिव उनके मार्गदर्शक बनते हैं. ज्योतिष शास्त्र और पंडित कुछ संकेतों को भगवान शिव की कृपा से जोड़कर देखते हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं.
जब भी आप ध्यान करेंगे, तो आपको भगवान शिव की ऊर्जा या उनके स्वरूप का कभी न कभी आभास होगा. आपको सपने में भी शिव के नटराज रूप, योगी रूप किसी अन्य दिव्य रूप की झलक दिखाई दे सकती है.
यह संकेत भगवान शिव से जुड़ने का एक प्रतीक है. जैसे कि त्रिशूल दिखना, सर्प दिखना, अर्धचंद्र दिखना, विभूति दिखना.
शिव के सबसे चर्चित गुणों में से एक है कि भले ही उन्हें बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, फिर भी वे अधिकांश समय शांत रहने के प्रतीक हैं. तो यह एक संकेत हो सकता है कि यह आप पर शिव जी की कृपा है.
इंसानी जीवन में सपनों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है. सपने में शिव जी को देख रहे हैं या फिर आपको उनके दर्शन हो रहे हैं तो इसे भी शुभता से जोड़कर देखा जाता है.
भगवान शिव संहारकर्ता माने जाते हैं. जब आपके अंदर बुराइयों का, नकारात्मकता का नाश होने लगे और आप सही मार्ग पर चलने लगे, तो समझ लें कि भगवान शिव का हाथ आपके ऊपर है.