महालक्ष्मी व्रत चल रहे हैं. धन की देवी को समर्पित यह व्रत 22 सितंबर 2023 से 6 अक्टूबर 2023 तक रहने वाले हैं.
महालक्ष्मी व्रत में देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है. कहते हैं कि इन शुभ दिनों में एक विशेष कार्य करने से मां लक्ष्मी सात जन्म की गरीबी दूर कर देती है.
हिंदू धर्म में धन प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी की मुख्य रूप से पूजा की जाती है. कुछ लोग कुबेर और सूर्य देव की उपासना भी करते हैं.
कुछ लोग तो दान धर्म के कार्य और रत्न धारण भी कर लेते हैं. लेकिन श्री सूक्तम का पाठ इनसे कहीं ज्यादा मंगलकारी माना जाता है.
श्री सूक्तम देवी लक्ष्मी की आराधना करने के लिए उनको समर्पित मंत्र हैं. इसे 'लक्ष्मी सूक्तम्' भी कहते हैं. यह सूक्त ऋग्वेद से लिया गया है.
इसका पाठ धन-धान्य की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए किया जाता है. श्रीसूक्त में 15 ऋचाएं और माहात्म्य सहित 16 ऋचाएं हैं.
ऋग्वेद में वर्णित श्री सूक्त के द्वारा जो भी श्रद्धापूर्वक लक्ष्मी का पूजन करता है, वह सात जन्मों तक निर्धन या गरीब नहीं होता है.
लेकिन इसके लिए नियमों और सावधानियों का पालन करना भी बहुत जरूरी होता है. तभी आपको इसका पूर्ण लाभ मिल पाता है.
मां लक्ष्मी का एक चित्र स्थापित करें. उनके सामने घी का दीपक जलाएं. इसके बाद श्री सूक्तम का पाठ करें.
हर श्लोक के बाद मां लक्ष्मी को पुष्प या इत्र अर्पित करें. पाठ के बाद मां की आरती करें. मां लक्ष्मी के साथ श्री हरि की पूजा जरूर करें.
अगर आप रोज ऐसा न कर पाएं तो शुक्रवार या पूर्णिमा को इसका पाठ करें. लाल या गुलाबी आसन पर बैठकर ही श्री सूक्तम का पाठ करें.
पाठ सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करें. कभी भी अकेले लक्ष्मी जी की पूजा न करें. आपके साथ घर के सदस्यों का होना भी जरूरी है.