By: Sumit Kumar

महाशिवरात्रि पर भद्रा के साए से बढ़ी लोगों की चिंता


महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को मनाई जाती है. इस साल महाशिवरात्रि 18 फरवरी दिन शनिवार को मनाई जाएगी.


ज्योतिषियों का कहना है कि महाशिवरात्रि पर भद्रा का अशुभ साया रहेगा. ऐसे में लोगों को चिंता हो रही है कि अब वो शिव पूजन कैसे करेंगे.


18 फरवरी को रात 08 बजकर 02 मिनट से अगले दिन 19 फरवरी को सुबह 06 बजकर 56 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा.

क्या है भद्रा का समय?


हालांकि ज्योतिषाचार्य डॉ. अरुणेश कुमार शर्मा का कहना है कि महाशिवरात्रि पर भद्रा के साए से घबराने या चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.


उन्होंने कहा कि भद्रा के साए का असर शुभ और मांगलिक कार्यों पर पड़ता है. देवी-देवताओं की पूजा पाठ इससे कभी प्रभावित नहीं होती है.


दूसरा, भगवान शिव स्वयं विघ्न हरने वाले हैं. इनकी भक्ति करने वालों पर किसी भद्रा काल या नकारात्मक ऊर्जा का असर नहीं होता है.


वहीं, महाशिवरात्रि पर लग रहा भद्रा का निवास स्थल पाताल लोक है. यानी इस दिन पाताल लोक में भद्रा लगेगी. इसका पृथ्वी से कोई संबंध नहीं है.


भद्रा जब पाताल में होती है तो शुभ व मांगलिक कार्यों पर भी इसका कोई असर नहीं होता है. इसलिए महादेव के भक्त बिल्कुन चिंता न करें.