महाशिवरात्रि पर 300 साल बाद बनेगा ये दुर्लभ संयोग, घर ले आएं ये एक चीज

महादेव का सबसे प्रिय त्योहार होता है महाशिवरात्रि. महाशिवरात्रि का व्रत इस बार 8 मार्च, शुक्रवार को रखा जाएगा. 

हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है. 

इस बार की महाशिवरात्रि बहुत ही खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन 300 साल बाद शुभ संयोग बनने जा रहा है. 

दरअसल, 300 साल बाद इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव योग, सिद्धि योग और श्रवण नक्षत्र का संयोग बनने जा रहा है. 

महाशिवरात्रि पर बनने जा रहे इस दुर्लभ संयोग पर भगवान शिव की प्रिय चीजें लाना बेहद शुभ माना जा रहा है. 

एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है. रुद्राक्ष लाने के लिए महाशिवरात्रि से अच्छा दिन कोई नहीं है. महाशिवरात्रि के दिन इसका मंत्रोच्चार करके तिजोरी में रखने से कभी धन की कमी नहीं होती है. 

एक मुखी रुद्राक्ष

महाशिवरात्रि पर बिल्व पत्र लाना बेहद शुभ माना जाता है. महाशिवरात्रि पर बिल्व पत्र जिसके तीनों पत्तें पूरे हैं, घर लेकर आएं और उसे गंगा जल के धोकर उस पर केसर से ऊं लिखें और शिवजी को चढ़ा दें. ऐसा करने से सभी संकट दूर हो जाएंगे. 

बिल्व पत्र

महाशिवरात्रि पर रत्न से बना हुआ शिवलिंग जरूर लाना चाहिए. ग्रहों से संबंधित शुभ फल पाने के लिए महाशिवरात्रि पर राशि अनुसार रत्न से निर्मित शिवलिंग घर लेकर आएं और रोज उसकी पूजा करें. 

रत्न निर्मित शिवलिंग

पारद शिवलिंग की पूजा घर में रोज की जाए तो सभी प्रकार के दोष जैसे- वास्तु दोष आदि समाप्त हो जाते हैं. महाशिवरात्रि पर पारद शिवलिंग को घर के पूजा स्थान पर स्थापित करना चाहिए. 

पारद शिवलिंग

जिस घर में महामृत्युंजय यंत्र की पूजा रोज होती है, वहां किसी तरह की परेशानियां नहीं होती. महाशिवरात्रि पर अगर महामृत्युजंय यंत्र लाकर उसकी पूजा की जाए तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

महामृत्युंजय यंत्र