इस दिन है मोक्षदा एकादशी, जानें व्रत के नियम
मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु की कृपा और मोक्ष पाने के लिए व्रत किया जाता है. इस बार 14 दिसंबर दिन मंगलवार को मोक्षदा एकादशी है.
मान्यता है कि जो जातक इस एकादशी पर व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और भागवत गीता के 11वें अध्याय का पाठ करते हैं उनके कई जन्मों के पाप कट जाते हैं.
मोक्षदा एकादशी व्रत के कुछ विशेष नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी बताया गया है. व्रत से एक दिन पहले ही व्रत से जुड़े नियम शुरू हो जाते हैं.
आइए बताते हैं मोक्षदा एकादशी पूजा विधि, व्रत पारण मुहूर्त और नियम.
मोक्षदा एकादशी व्रत से एक दिन पूर्व यानि दशमी तिथि को दोपहर से इस व्रत से जुड़े नियम शुरू हो जाते हैं.
जो जातक इस व्रत को रख रहें हैं वे ध्यान रखें कि दशमी तिथि को दोपहर में एक बार भोजन कर लें. उसके बाद उन्हें कुछ भी नहीं खाना है.
मोक्षदा एकादशी के दिन प्रात:काल उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें.
व्रत का संकल्प लेने के बाद धूप, दीप और नैवेद्य आदि अर्पित करते हुए भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें.
रात्रि में भी पूजा और जागरण करना चाहिए. एकादशी के अगले दिन द्वादशी को पूजन के बाद जरुरतमंद व्यक्ति को भोजन व दान से विशेष लाभ मिलता है.
मोक्षदा एकादशी तिथि 13 दिसंबर सोमवार की रात 09 बजकर 32 मिनट से शुरू हो रही है, जो अगले दिन 14 दिसंबर को रात 11 बजकर 35 मिनट तक रहेगी.
उदयातिथि की वजह से मोक्षदा एकादशी का व्रत 14 दिसंबर दिन मंगलवार को रखा जाएगा.
व्रत का पारण 15 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 5 मिनट से सुबह 09 बजकर 09 मिनट के बीच कर लेना चाहिए.