26 sep 2024
aajtak.in
इस साल नवरात्रि का पर्व 3 अक्टूबर, गुरुवार से शुरू होने जा रहा है. नवरात्रि के इन नौ दिनों में नवदुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-उपासना की जाती है.
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है.
जब भी मां दुर्गा का आगमन होने वाला होता है तो मां दुर्गा किसी न किसी वाहन पर सवार होकर आती हैं.
ज्योतिषियों की मानें, तो इस बार मां दुर्गा पालकी पर सवार होकर आ रही हैं. यानी मां दुर्गा का वाहन इस बार डोली होगी.
पंचांग के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है और समापन 12 अक्टूबर, दशहरा वाले दिन होगा.
भागवत पुराण के अनुसार, नवरात्रि का शुभारंभ अगर गुरुवार और शुक्रवार को होगा तो इसका मतलब है कि मां दुर्गा पालकी या डोली पर सवार होकर आएंगी.
पंडित अरुणेश कुमार शर्मा के अनुसार, मां दुर्गा का इस बार पालकी या डोली पर सवार होकर आना बहुत अशुभ माना जा रहा है.
दरअसल, नवरात्रि में माता की सवारी का विशेष महत्व होता है. देवी पुराण के अनुसार, पालकी पर सवार का संकेत हैं कि देश में आर्थिक तंगी, प्रकृति में नुकसान के संकेत हैं.
पालकी पर सवार होकर मां दुर्गा के आने से अर्थव्यवस्था में गिरावट, व्यापार में मंदी, देश-दुनिया में महामारी के बढ़ने के संकेत मिलते हैं.