By: Meenakshi Tyagi  18th October 2021

इस रत्न को धारण करने से चमक उठेगी किस्मत!

ज्योतिष में ग्रहों की अनुकूलता के लिए रत्नों को सबसे प्रभावशाली माना गया है. 

इन रत्नों को धारण करने से ग्रहों की शुभता के साथ व्यक्ति को कई अन्य लाभ भी होते हैं. 

ज्योतिष में नीलम रत्न को सबसे प्रभावशाली माना जाता है. यह शनिदेव का रत्न है. तो आइए जानते हैं नीलम रत्न धारण करने के नियम व फायदे.

नीलम धारण करने से धन संबंधित समस्याएं दूर होती हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत बनती है. 

व्यापार, नौकरी, बिजनेस आदि में भी फायदा होता है. 

नीलम धारण करने से स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं खत्म होती हैं. 

रत्नशास्त्र के अनुसार, इसे भाग्य वृद्धि करने वाला रत्न कहा जाता है. 

अनुकूल होने पर नीलम जितनी तेजी से फायदा दिखाता है, प्रतिकूल होने पर इसके कई नुकसान भी हो सकते हैं. इसलिए इसे ज्योतिष की सलाह से ही धारण करना चाहिए.

नीलम रत्न को सोने या फिर पंच धातु से बनी अंगूठी में जड़वाकर बाएं हाथ में मध्य रात्रि में धारण करना चाहिए.

चौकोर नीलम धारण करना सबसे फायदेमंद माना जाता है. 

नीलम शनि का रत्न है इसे धारण करने के बाद भूलकर भी मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. 

ऐसी मान्यता है कि मेष, वृष, तुला एवं वृश्चिक राशि के लोगों के लिए नीलम रत्न धारण करना अनुकूल एवं शुभ रहता है. 

नीलम रत्न धारण करने से पहले उसे एक नीले कपड़े में लपेटकर अपने तकिये के नीचे एक सप्ताह तक रखें.

इस दौरान ध्यान दें कि आपको नींद कैसी आ रही है. यदि अच्छी नींद आए तो समझें कि लाभकारी है. 

सोते समय बेचैनी महसूस हो तो इसका मतलब है कि आपके लिए नीलम धारण करना शुभ संकेत नहीं है. 

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