हर इंसान कभी न कभी भूल जरूर करता है. गलतियां होना स्वाभाविक है. लेकिन कुछ गलतियां भूलवश भी नहीं करनी चाहिए.
नीम करोली बाबा को लोग हनुमान का अवतार कहते हैं. उन्होंने बताया था कि इंसान को भूलकर भी कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
नीम करोली बाबा कहते हैं कि कुछ लोग जाने-अनजाने दूसरों की सेवा करने का बखान या गुणगान दूसरों के सामने करने लगते हैं.
सेवा या परोपकार करना बहुत अच्छी बात है. ऐसा करने से आपकी सहायता का जो मूल्य है, वो शून्य हो जाता है.
महाराज जी कहते हैं कि झूठ और अन्याय के रास्ते पर चलने वालों का ईश्वर कभी भला नहीं करते हैं. हमेशा सत्य और न्याय का मार्ग चुनें.
कभी किसी का हक न मारें. किसी के साथ अन्याय न करें. कभी झूठ न बोलें. ऐसे लोगों के पापों का घड़ा एक न एक दिन भरता जरूर है.
जो इंसान असमानता का भाव रखता है, उसे कभी सम्मान-सफलता की प्राप्ति नहीं होती है. इन्हें कभी ईश्वर का आशीर्वाद नहीं मिलता है.
समाज में रहने वाले प्रत्येक जन एकसमान हैं. सभी को ईश्वर ने अपनी दिव्यता से परिपूर्ण किया है. सभी में ईश्वरीय स्वरूप विद्यमान हैं.