नीम करोली बाबा ने कुछ ऐसी बातें बताई हैं, जिन्हें मानकर चलने वाला सफल हो जाता है.
नीम करोली बाबा कहते हैं कि इंसान अगर कोई सेवा करता है तो उसका गुणगाण या बखान दूसरों के सामने नहीं करना चाहिए.
दरअसल कुछ लोगों में आदत होती है कि वह परोपकार या सेवा या दान तो करते हैं लेकिन उसका दिखावा भी खूब करते हैं.
नीम करोली बाब के अनुसार, अगर कोई ऐसा करता है तो जो भी उसने किया वह सब शून्य है.
नीम करोली बाबा कहते हैं कि निस्वार्थ रूप से की गई सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाती है. ईश्वर फल जरूर देते हैं.
नीम करोली बाबा कहते हैं कि इंसान को कभी भी झूठ और अन्याय का साथ नहीं देना चाहिए.
हमेशा सच का साथ देना चाहिए. कुछ कठनाइयां जरूर आएंगे, लेकिन सामना करने के लिए आपके साथ ईश्वर खड़े रहेंगे.
नीम करोली बाबा कहते हैं कि इंसान को जीवन में कभी असमानता का भाव नहीं रखना चाहिए. ऐसा इंसान कभी सफल नहीं होता है.
जो आदमी अमीर-गरीब या ऊंच-नीच का भेद मन में रखता है, उसे कभी भी ईश्वर का आशीर्वाद नहीं मिलता है.