कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं. इस बार 19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी.
ज्योतिष के अनुसार, इस दिन कुछ खास नियमों का पालन करने से बहुत लाभ मिलता है. आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन देर तक न सोएं. सुबह जल्दी उठकर पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजा का भी खास महत्व होता है. इस दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए.
इस दिन उड़द और मसूर की दाल नहीं खानी चाहिए. इसके अलावा, कार्तिक पूर्णिमा के दिन करेला, बैंगन और हरी सब्जियां नहीं खानी चाहिए.
इस दिन घर के मुख्य द्वार को खाली न छोड़े. मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और आम के पत्ते का तोरण जरूर बांधे.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन को बहुत आध्यात्मिक दिन माना गया है. इस दिन घर में किसी तरह का कलह न करें.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन को बहुत पवित्र माना जाता है. इस दिन मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन आदि का भी इस्तेमाल न करें.
भगवान किस रूप में आपके सामने आ जाएं, कहा नहीं जा सकता. इस दिन किसी से भी अपशब्द न कहें.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान-दक्षिणा को बहुत अहम माना गया है. इस दिन जरूरतमंद को खाना खिलाएं.