By Aajtak.in
साल में 24 एकादशी आती हैं और इनमें निर्जला एकादशी को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. इस दिन व्रत-पूजा से 24 एकादशी के समान फल मिलता है.
इस बार निर्जला एकादशी 31 मई को मनाई जाएगी. आइए जानते हैं कि साल की सबसे बड़ी एकादशी पर कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
1. निर्जला एकादशी पर तुलसी को जल अर्पित न करें. तुलसी में लक्ष्मी जी का वास होता है और इस दिन मां लक्ष्मी निर्जला उपवास रखती हैं.
2. निर्जला एकादशी पर चावल खाने से परहेज करें. चावल में जल तत्व की मात्रा अधिक होती है और जल पर चन्द्रमा का प्रभाव अधिक होता है.
3. निर्जला एकादशी पर तामसिक भोजन का सेवन न करें. इस दिन लहसुन, प्याज या मांस-मदिरा से भी कोसों दूर रहना चाहिए.
4. निर्जला एकादशी पर बैंगन, मसूर की दाल, मूली या जड़ में उगने वाली सब्जियों का भी परहेज किया जाता है.
5. निर्जला एकादशी पर काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए. एकादशी के व्रत में इस रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है.
6. निर्जला एकादशी पर नाखून, बाल, दाढ़ी न कटवाएं. एकादशी पर पलंग या गद्दे की जगह जमीन पर बिस्तर डालकर ही सोएं.
7. निर्जला एकादशी पर किसी को अपशब्द न कहें. क्रोध में आने से बचें. द्वार पर आए किसी भी व्यक्ति को अपमानित न करें.