साल की सबसे बड़ी एकादशी पर न करें तुलसी से जुड़ी ये 5 गलतियां, बुरे होंगे परिणाम

इस साल निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून को रखा जाएगा. यह साल की सबसे बड़ी एकादशी होती है. एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा होती

भगवान विष्णु को देवी लक्ष्मी अत्यंत प्रिय हैं और लक्ष्मी का वास तुलसी में होता है. इसलिए निर्जला एकादशी पर तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए.

1. तुलसी के पौधे में माता लक्ष्मी का वास होता है और एकादशी पर मां लक्ष्मी निर्जला उपवास करती हैं. इसलिए इस दिन तुलसी को पानी नहीं देना चाहिए.

2. एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. यदि आप तुलसी दल का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इन्हें एक दिन पहले ही तोड़कर रख लें.

3. तुलसी के पत्तों को कभी नाखून या झटके से नहीं तोड़ना चाहिए. पहले तुलसी को प्रणाम करें और इसके बाद हल्के हाथ से इसके पत्ते तोड़ें.

4. तुलसी को गंदे या जूठे हाथों से स्पर्श न करें. एकादशी पर इस एक गलती से मां लक्ष्मी रुष्ट होकर घर से निकल सकती हैं.

5. निर्जला एकादशी पर तुलसी के आस-पास गंदगी बिल्कुल न रखें. तुलसी के पास जूते-चप्पल, जूठे बर्तन या कचरा न फैलने दें.

निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु को तुलसी की माला अर्पित करें. इस दौरान भगवान विष्णु के मंत्र 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः' का जाप करें.

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