हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की रेखाओं के अलावा उंगलियों का भी बड़ा महत्व है.
हाथ की कनिष्ठिका, अनामिका, मध्यमा, तर्जनी और अंगूठा इन पांचों उंगलियों का व्यक्तित्व से कनेक्शन होता है.
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार तर्जनी उंगली लंबी होने पर व्यक्ति बुद्धिमान और ज्ञानी होता है.
जिन लोगों की तर्जनी उंगली अनामिका के बराबर होती है, वह बेहद ईमानदार और वफादार होते हैं.
अगर किसी व्यक्ति की अनामिका उंगली लंबी है तो वह धन कमाने के मामले में काफी भाग्यशाली हैं.
हस्तरेखा के अनुसार मध्यमा यानी शनि की उंगली लंबी होती है वो कभी मेहनत करने से पीछे नहीं हटते.
हस्तशास्त्र में हाथ के अंगूठे का अधिक मोटा होना सही नहीं माना जाता. मोटे अंगूठे वाले व्यक्ति का स्वभाव गुस्सैला होता है.
मध्यमा उंगली छोटी होने पर व्यक्ति निराशावादी और कुंठित स्वभाव का होता है.