हथेली पर भाग्य रेखा इंसान की आर्थिक स्थिति उजागर करती है. इसे देखकर आप ये भी जान सकते हैं कि आर्थिक संकट किस उम्र में आता है,
हथेली के मणिबंध से होकर शनि पर्वत तक जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं. भाग्य रेखा जीवन में सुख-दुख की स्थिति को बयां करती है.
जिन लोगों की हथेली पर भाग्य रेखा मणिबंध से निकलकर सीधे शनि पर्वत तक जाती है, उन्हें जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती है.
लेकिन जब भाग्य रेखा को कुछ छोटी-छोटी रेखाएं बीच से काट रही होती हैं, तो इसे आर्थिक समस्याओं का संकेत समझा जाता है.
यदि भाग्य रेखा के अंत में शनि स्थान पर छोटी-छोटी रेखाएं इसे काटती हैं तो इंसान बुढ़ापे में धनरूपी समस्याओं का सामना करता है.
ऐसे लोगों को आगे चलकर नौकरी, कंपनी या फैक्ट्री आदि में नुकसान हो सकता है. व्यापार में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है.
यदि ये छोटी-छोटी रेखाएं हथेली के मध्य में भाग्य रेखा को काटती हैं, तो इंसान को मिड एज में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
लेकिन जब यही रेखाएं भाग्य रेखा के मूल में होती हैं तो ऐसे लोगों का जन्म ही गरीब परिवार में होता है. शुरुआत में धन की समस्याएं रहती हैं.
हालांकि अगर भाग्य रेखा में आगे किसी तरह का अवरोध न दिखाई दे तो ऐसे लोग जीवन में आगे चलकर खूब दौलत-शोहरत कमाते हैं.