इस बार परिवर्तिनी एकादशी 25 सितंबर, सोमवार को पड़ रही है. हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है.
परिवर्तिनी एकादशी के दिन जगत के पालनहार श्रीहरि का पूजन किया जाता है.
मान्यताओं के अनुसार, परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु करवट बदलते हैं, इसलिए इसे परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है.
इस एकादशी तिथि को भगवान की उपासना वामन रूप में की जाती है. और इसे जलझूलनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.
ज्योतिषियों की मानें तो परिवर्तिनी एकादशी के दिन कुछ गलतियों से सावधान रहना चाहिए. आइए जानते हैं.
परिवर्तिनी एकादशी पर तुलसी को जल अर्पित नहीं करना चाहिए. क्योंकि इस दिन माता तुलसी का निर्जला व्रत होता है.
परिवर्तिनी एकादशी के दिन बाल या नाखून नहीं कटवाने चाहिए. ऐसा करना अपशकुन होता है.
इस दिन चावल या बैंगन का भी सेवन नहीं करना चाहिए. साथ ही एकादशी के दिन लहसुन, प्याज का सेवन करना वर्जित माना जाता है.
परिवर्तिनी एकादशी के दिन काले रंग के वस्त्र नहीं धारण करने चाहिए क्योंकि काला रंग नकारात्मकता का संकेत होता है.