27 dec 2024
aajtak.in
पौष माह का पहला प्रदोष व्रत 28 दिसंबर यानी कल है. प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की उपासना की जाएगी.
साथ ही, शनि त्रयोदशी की वजह से कल शनिदेव की उपासना भी जाएगी. इसलिए, कल शनिदेव और भोलेनाथ दोनों की उपासना की जाएगी.
ज्योतिषियों की मानें तो, प्रदोष व्रत पर कल शिव शनि का विशेष संयोग है इसलिए कुछ गलतियों से बचना होगा.
इस दिन व्रत का पालन करें और मांस, मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें.
इसके अलावा, इस दिन पूजा करते समय शुद्धता का ध्यान रखें और स्नान किए बिना पूजा या व्रत का आरंभ न करें.
इस दिन भगवान शिव और शनिदेव की पूजा विशेष रूप से करें. साथ ही, शिव जी तांबे के पात्र से जल चढ़ाएं और शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं.
इस दिन किसी भी अपशब्द का प्रयोग न करें और न किसी को अपमानित करें.
प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को हल्दी चढ़ाने से बचें. केवल जल, बेलपत्र, गंगाजल, कच्चा दूध, और शहद चढ़ाएं.