10 JAN 2025
aajtak.in
आज पुत्रदा एकादशी है. उत्पन्ना एकदाशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना की जाती है.
पुत्रदा एकादशी को बैकुंठ और मुक्कोटी एकादशी के नाम से जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व है.
माना जाता है कि पुत्रदा एकादशी के दिन श्रीहरि के पूजन से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं.
पुत्रदा एकादशी बहुत ही शुभ मानी जाती है. इसलिए, पुत्रदा एकादशी की रात को कुछ खास उपाय करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है.
कहते हैं कि एकादशी के दिन तुलसी माता का पूजन करना चाहिए. इसलिए, एकादशी की रात तुलसी के आगे घी का दीपक जलाएं और 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें.
इसके अलावा इस दिन रात में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि विधान से उपासना करें. साथ ही श्रीहरि को पीले रंग की मिठाई अर्पित करें.
पुत्रदा एकादशी की रात चौमुखी दीपक भी जलाना चाहिए या तो आप श्रीहरि के समक्ष अखंड ज्योति का दीया भी जला सकते हो.
कारोबार में अगर तरक्की चाहिए तो पुत्रदा एकादशी की रात पीली कौड़ियां भगवान के सामन रखकर उनकी पूजा करें और पूजन के बाद वहीं कौड़ियां अपनी तिजोरी में भी रख दें.