By Aajtak.in
अपमान का घूंट जहर के समान होता है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए. लेकिन कई जगहों पर अपमान सहने वालों का भाग्योदय हो जाता है.
सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के अनुसार, अगर इंसान 4 जगहों पर अपमान सहन कर जाए तो समझ लीजिए उस पर भगवान कृपा होने वाली है.
शिव महापुराण में ऐसे 4 चार स्थानों का वर्णन मिलता है, जहां इंसान को न चाहते हुए भी अपमान सह लेना चाहिए.
घर बैठी मां के मुंह से गुस्से में कड़वे शब्द निकल जाए तो समझ लें परमात्मा की कृपा हो गई. आपका भाग्य जल्द चमकने वाला है.
क्रोध में पिता के मुंह से निकले शब्दों को अपमान न समझें. उनका एक-एक शब्द आपके भाग्य को संवार सकता है. उसे प्रबल बना सकता है.
जिस गुरु की दृष्टि में छल, कपट, बेईमानी न हो, ऐसा गुरु यदि अपमान भी कर दे तो उसे स्वीकार करें. उनके कड़वे बोल आपका जीवन निखार देंगे.
भगवान के मंदिर या देवालय में कोई आपका अपमान कर दे. धक्का मार दे या अपशब्द कह दे तो उसे फौरन सहन कर लीजिए.
यह संकेत है कि परमात्मा ने आपको चुनकर उन्नति की राह पर भेजा है. ऐसे लोगों का निश्चित ही भाग्योदय होता है.