सनातन धर्म में पितृ पक्ष बेहद खास माने जाते हैं. इस दिन पितरों के नाम का पिंडदान, श्राद्ध और पूजा की जाती है.
इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से होने जा रही है और 14 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्या पर इसका समापन होगा.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष में तुलसी का प्रयोग करना सबसे शुभ माना जाता है.
साथ ही पितृ पक्ष में तुलसी से जुड़े उपाय करना बेहद अच्छा माना जाता है. बस, ये ध्यान रखें कि एकादशी और रविवार के दिन ये उपाय भूलकर न करें.
पितृ पक्ष के दौरान तुलसी के गमले के पास एक कटोरी रख दे. यह कार्य घर का कोई भी सदस्य कर सकता है. इसके बाद एक हथेली में गंगाजल लें और इसे धीरे धीरे कटोरी में छोड़ दें.
इस दौरान 5-7 बार पितरों का नाम लेना चाहिए. कटोरी में गंगाजल छोड़ने के बाद इस पानी को घर के हर कोने में छिड़का जा सकता है और फिर यह जल तुलसी में भी डाला जा सकता है.
माना जाता है गंगाजल को घर में छिड़कने से सारी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है. बस तुलसी के पौधे में रविवार और एकादशी के दिन पानी नहीं दिया जाता है.
पितृ पक्ष में किया गया यह उपाय कफी कारगर होता है. इसको करने से पिंडदान और दान करने जितना फल प्राप्त होता है.
पितृ पक्ष में तुलसी में रोजाना जल चढ़ाकर उसके बाद शाम को दीपक लगाना चाहिए और देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः, नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।। मंत्र का जाप करें.