इस साल पितृपक्ष 29 सितंबर से प्रारंभ होने वाले हैं. पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध और पिंडदान से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है.
कहते हैं कि पितृपक्ष में पूर्वज हमें आशीर्वाद देने धरती पर उतरते हैं. क्या आप जानते हैं कि पितृपक्ष में पितरों के सपने में आने का क्या अर्थ है.
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, पितृपक्ष में पितरों का सपने में आना अच्छा है या बुरा, ये पितरों की मुद्रा और भाव पर निर्भर करता है.
यदि सपने में आपके पितृ आपको हंसते हुए या खुश दिखाई दें तो ये उनके प्रसन्न होने का संकेत होता है.
इसका अर्थ है कि आपके जीवन की सारी बाधाएं, समस्याएं समाप्त होने वाली है. आपको जल्दी ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है.
यदि सपने में पितृ बाल संवारते हुए दिखाई दें तो इसका अर्थ है कि आपको आने वाली किसी बड़ी मुसीबत से पितरों ने बचा लिया है.
यदि सपने में पितृ आपको शांत मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं तो समझ लीजिए, वे आपसे संतुष्ट हैं. आपको कोई महत्वपूर्ण कार्य पूरा हो सकता है.
यदि आपको सपने में रोते हुए पितृ दिखाई दे रहे हैं तो ये बहुत ही अशुभ संकेत है. ऐसा होने पर आपको सावधानी बरतनी चाहिए.
यह आप पर किसी भारी संकट के आने का संकेत हो सकता है. ऐसे में पितृ रोते हुए आपको आगाह करने का प्रयास करते हैं.