घर की इस दिशा में होता है पितरों का वास, एक काम करने से लक्ष्मी करेंगी मालामाल

25 Sep 2024

AajTak.In

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पितृपक्ष चल रहा है. पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध और पिंडदान करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और हमारे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.

ज्योतिषविद कहते हैं कि घर में एक दिशा ऐसी होती है जहां पितरों का वास होता है. और इस दिशा में एक विशेष कार्य करने से पितरों की कृपा होती है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दक्षिण दिशा में पितरों का वास होता है. श्राद्धपक्ष के दौरान इस दिशा में प्रतिदिन खड़े होकर प्रणाम करना चाहिए.

ज्योतिषविद कहते हैं कि पितरों को प्रसन्न करने के लिए इस दिशा में प्रतिदिन चौमुखी दीपक जलाना भी बहुत शुभ होता है.

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इस दिशा में चौमुखी दीपक जलाने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है. और पितरों का आशीर्वाद हमेशा हम पर बना रहता है.

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इसके अलावा, पितृपक्ष में आपको शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे दीपक में काली तिल डालकर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए.

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आपको पितृपक्ष के 15 दिनों में घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना चाहिए. यहां शाम के वक्त दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.

आप घर के आंगन में लगी तुलसे के पास भी दीपक प्रज्वलित कर सकते हैं. इससे आपको पितरों के साथ-साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलेगा.