पितृपक्ष में ये 6 गलतियां करने वाले हो जाते हैं कंगाल, झेलना पड़ता है पितरों का प्रकोप

7 Sep 2024

AajTak.In

इस साल पितृपक्ष 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक रहने वाला है. पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करने की परंपरा है.

मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान हमारे पूर्वज हमें आशीर्वाद देने धरती पर उतरते हैं. इस दौरान 5 गलतियों करने वालों को पितरों का प्रकोप झेलना पड़ता है.

1. पितृपक्ष में किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. इस दौरान शादी-विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे कामों को करने से बचें.

Credit: Getty Images

2. पितृपक्ष में नई चीजों की खरीदारी करने से भी बचना चाहिए. पितृपक्ष में नए कपड़े, घर के लिए नया सामान या नया फर्नीचर खरीदने से बचें.

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3. पितृपक्ष के दिनों में तामसिक चीजों का सेवन न करें. इस दौरान मांस, मछली, मदिरापान या लहसुन, प्याज आदि का सेवन करने से बचें.

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4. पितृपक्ष में सफेद तिल, लौकी, मूली, काला नमक, जीरा, मसूर की दाल, चना सरसों का साग आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए.

5. श्राद्ध के भोजन को लोहे के बर्तन में न परोसें. बल्कि इसे तांबे, पीतल या अन्य किसी धातु के बर्तन का प्रयोग कर सकते हैं.

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6. पितृपक्ष में बाल या दाढ़ी बनवाना भी वर्जित है. ये गलतियां करने से पितृदोष लगता है और जीवन में ढेर सारी समस्याएं बढ़ने लगती हैं.

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