पितृ पक्ष आज से शुरू, 15 दिन भूलकर न करें ये एक काम 

18 sep 2024

aajtak.in

हर माह अमावस्या तिथि को श्राद्ध कर्म किया जाता है. लेकिन, भाद्रपद मास की पूर्णिमा से लेकर अश्विन मास की अमावस्या तक श्राद्ध कर्म किया जाता है. जिसे पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष कहा जाता है. 

इस बार पितृ पक्ष 18 सितंबर से शुरू हो रहे हैं और 2 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध पक्ष का समापन होगा. 

पितृ पक्ष के दौरान लोग  पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं, जिससे हमारे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है.

वहीं, ऐसी भी मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान और पितरों की पूजा में कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए. 

श्राद्ध या पितृ पक्ष के दौरान कोई भी शुभ काम वर्जित माना गया है. साथ ही नया वाहन या सामान भी नहीं खरीदना चाहिए.

इस दौरान तामसिक भोजन, मदिरा और धूम्रपान, इत्यादि का सेवन भी नहीं करना चाहिए.

वहीं, श्राद्ध कर्म वाले व्यक्ति को नाखून नहीं काटने चाहिए. इस दौरान बाल भी नहीं कटवाने चाहिए.

ऐसी मान्यता है कि इन 16 दिनों में पूर्वज धरती पर आते हैं इसलिए इस दौरान कोई भी पशु या पक्षी या इंसान दरवाजे पर आए तो उसका अनादर न करें.

इसके अलावा, श्राद्ध कर्म शाम, रात, सुबह या अंधेरे के दौरान नहीं किया जाना चाहिए. अशुभ माना जाता है.