14 sep 2024
aajtak.in
17 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है और इस दौरान पूर्वजों को याद करके उनके नाम का अनुष्ठान और तर्पण किया जाता है.
ऐसा माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष में पितर धरती पर आते हैं. माना जाता है कि पितृ पक्ष में पितरों का संबंध प्रकृति से भी होता है.
पितृ पक्ष में मनुष्य से लेकर पक्षी तक कई रूपों में पितर आपके घर के द्वार पर आ सकते हैं. बस हम उन्हें पहचान नहीं पाते हैं.
आइए जानते हैं कि पितृ पक्ष में पितर आपके घर में किन किन रूपों में आ सकते हैं.
पितृ पक्ष के समय अगर घर में कोई मेहमान, गरीब और असहाय व्यक्ति आए तो उसका कभी अनादर न करें और न उन्हें खाली हाथ जानें दें. बल्कि उनके लिए भोजन की व्यवस्था करें.
श्राद्ध पक्ष में गाय या कुत्ते का भी द्वार पर आना बहुत शुभ माना जाता है. अगर ये रास्ते में भी दिख जाए तो इन्हें मारकर नहीं भगाना चाहिए. बल्कि, इनको कुछ न कुछ खाने को जरूर देना चाहिए.
पितृ पक्ष में घर आए कौए को कभी नहीं भगाएं. बल्कि कौए को भोजन दें ऐसा करने पर पितर प्रसन्न होंगे.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्राद्ध पक्ष में 15 दिन तक कौए के द्वारा ही पितर अन्न ग्रहण करते हैं. इससे न सिर्फ वो तृप्त होते हैं बल्कि अपने परिजनों को खुशहाल जीवन का आशीर्वाद देते हैं.