29 sep 2024
aajtak.in
पितृ पक्ष के दौरान हमारे पूर्वज पित्रु लोक और भूलोक के बीच में आते हैं. पितृपक्ष में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूरे विधि-विधान से अनुष्ठान किए जाते हैं.
पितृपक्ष में किए गए तर्पण से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है.
लेकिन, सवाल ये उठता है कि क्या पितृ पक्ष में तीर्थस्थल, मंदिर या धार्मिक स्थल पर जाना चाहिए या नहीं.
लोग अक्सर ऐसा कहते हैं कि पितृ पक्ष में किसी भी तीर्थस्थल, मंदिर या धार्मिक स्थल पर नहीं जाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से हमारे पूर्वज नाराज हो जाते हैं.
ज्योतिषियों की मानें तो, ये केवल एक भ्रम है. पितृ पक्ष में तीर्थस्थल और धार्मिक स्थलों पर जरूर जाना चाहिए.
बल्कि, पितृ पक्ष में मंदिर जाकर पूजा-पाठ करना चाहिए. साथ ही, तीर्थस्थलों पर भी जाएं और वहां जाकर स्नान भी करें.
उन स्थलों पर जाकर अपने पूर्वजों के लिए प्रार्थना करें और उनकी मुक्ति-तृप्ति के लिए विधि विधान से पूजा-पाठ करें.
मन में किसी तरह का भ्रम न रखें और पूरी आस्था-श्रद्धा के साथ पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करें.
इसके अलावा, पितृ पक्ष में अपने पितरों के नाम से किसी मंदिर में कुछ दान या प्याऊ में लगवा सकते हैं. ऐसे शुभ कार्य करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा.