कथावाचक प्रदीप मिश्रा राधा पर विवादित टिप्पणी के चलते मुश्किल में पड़ गए हैं. पहले प्रेमानंद महाराज ने उन्हें घेरा. फिर बृज के संतों ने माफी मांगने की चेतावनी दी.
मथुरा के बरसाना में हुई एक महापंचायत में संतों ने फैसला लिया कि अगर प्रदीप मिश्रा ने 3 दिन में माफी नहीं मांगी तो उन्हें ब्रज में घुसने नहीं दिया जाएगा.
ब्रज, उज्जैन का पूरा संत समाज उनके खिलाफ खड़ा हो गया है. ऐसे में प्रदीप मिश्रा ने राधाजी पर अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर सफाई दी है.
प्रदीप मिश्रा ने एक मीडिया चैनल के माध्यम से सफाई देते हुए कहा, 'ये सनातन विरोधी लोग हैं जो मेरे खिलाफ जनता को भड़का रहे हैं.'
'हिंदू देवी-देवताओं को गाली देने और उनका अपमान करने वाले कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं, ये सनातन विरोधी लोग उस वक्त कहां चले जाते हैं.'
उन्होंने कहा, 'यह लड़ाई सिर्फ राधारानी से जुड़ी नहीं है. बल्कि इसमें प्रदीप मिश्रा और शिवमहापुराण जो काफी लोकप्रिय हो रही है, उसे रोकने की भी साजिश है.'
उन्होंने कहा, 'यह हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश है.'
प्रदीप मिश्रा ने एक कथावाचन में कहा था, 'कृष्ण की 16,108 रानियों में राधा का नाम नहीं है. और राधा के पति में कृष्ण का नाम नहीं है. राधा के पति का नाम अयन घोष था.'
'राधा बरसाने नहीं बल्कि ग्राम रावल की थीं. बरसाने में राधा के पिताजी की कचहरी थी, जहां वे वर्ष में एक बार आती थीं. इसलिए इसका नाम बरसाना पड़ा.'