प्रसाद पाते समय कभी भी ना करें यह एक गलती, प्रेमानंद महाराज ने बताया

वृंदावन में प्रवचन करने वाले प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में बताया है कि प्रसाद पाते समय हमें कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.

प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं कि प्रसाद बहुत ही शुभ होता है इसलिए प्रसाद के एक भी दाने का अपमान नहीं करना चाहिए.

वह प्रसाद भूल से भी कूड़े में नहीं फेंकना चाहिए और ना उसका अपमान करना चाहिए.

प्रेमानंद महाराज जी के मुताबिक, लोग थोड़ा सा प्रसाद खाकर फिर उसे कूड़े में फेंक देते हैं, ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है.

प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं कि अगर प्रसाद कूड़े में फेंक दिया तो भगवान की उपासना का कोई फायदा नहीं होगा और कुछ प्राप्त नहीं होगा.

प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि अगर महापुरुषों से प्रसाद का एक दाना भी गिर जाता है तो वो लोग भी उस दाने को सिर से छूकर ग्रहण करते हैं.

प्रेमानंद महाराज प्रसाद ग्रहण करने का तरीका बताते हुए कहते हैं कि प्रसाद को देखते ही पहले प्रणाम करें और फिर अपने स्थान पर खड़े होकर चार बार परिक्रमा करें. उसके बाद प्रसाद ग्रहण करें.

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि इतना मात्र करने से ही किसी भी व्यक्ति के पाप नष्ट हो जाते हैं.