गाय के दूध पर पहला हक बछड़े का होता है. लोगों के मन में कई बार यह सवाल भी उठता है कि हम बछड़े का हक छीन रहे हैं?
प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में बताया है कि गाय के दूध पर सिर्फ बछड़े का ही हक है या हम भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
प्रेमानंद महाराज से जब एक भक्त पूछते हैं कि महाराज जी क्या गाय का दूध निकालना चाहिए या नहीं?
इसका जवाब देते हुए प्रेमानंद महाराज कहते हैं, निकालना चाहिए. लेकिन बछड़े का हिस्सा छोड़ देना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं, जैसे चार थन हैं तो दो बछड़े के लिए छोड़ देना चाहिए. क्योंकि वह नवजात शिशु की तरह है.
नवजात शिशु (बछड़ा) चारा नहीं खाता है. इसलिए उसका पान करना बहुत जरूरी है. इसलिए आधा दूध उसके लिए छोड़ देना चाहिए.
दो-चार-छह दिन एक थन दूध पिलाएं, फिर कुछ दिन दो थन दूध पिलाएं. फिर उसे एक थन में ले आएं. इसके बाद उसे रोटी या अन्य खाने योग्य पदार्थ देना शुरू कर दें.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि पूरा अधिकार उस बछड़े का है. इसलिए उसके पोषण का ध्यान रखते हुए हमें दूध निकालना चाहिए.