आखिर क्यों जादूगर OP Sharma Jr. का जादू देख क्यों हंस पड़े प्रेमानंद महाराज?

31 JAN 2025

aajtak.in

हर दिन कोई न कोई प्रेमानंद महाराज के दरबार में अपनी समस्या लेकर आता रहता है. वहीं, महाराज जी के दरबार में कई बड़ी हस्तियां भी आईं हैं.

जिनमें से एक हैं जादूगर OP Sharma Jr.. जो प्रेमानंद महाराज को अपना जादू दिखाने आए. उनके जादू देखकर प्रेमानंद महाराज लगातार हंसते नजर आए.

प्रेमानंद महाराज के दरबार में पहुंचते ही जादूगर OP Sharma Jr. ने अपना परिचय दिया और कहा कि, 'जादू एक वैज्ञानिक कला है और हम लोग जो दिखाते हैं वो विज्ञान और तकनीक पर आधारित है.'

Credit: Instagram/@magician.opsharmajr.

आगे जादूगर OP Sharma Jr. ने जादू दिखाते हुए साधुओं पर एक कहानी सुनाई जिसमें उन्होंने कहा कि, 'कुछ दिन पहले हम लोग अयोध्या में शो कर रहे थे जहां एक महात्मा जी उनके पास खाना मांगने आए.'

'सुबह का समय था और हमारे यहां खाना नहीं बना था. फिर हमने उन महात्मा जी को एक कटोरी चावल दे दिया.  कुछ चावल ज्यादा हो गए थे तो महात्मा जी ने चावल को उंगली के बराबर कर दिया.'

'महात्मा जी के पास खाली एक और कटोरी थी उससे दूसरी कटोरी ढककर भगवान से उन्होंने प्रार्थना की. महात्मा जी की प्रार्थना में क्या ताकत थी, क्या शक्ति थी चावल दोगुने हो गए.'

'लेकिन महात्मा के मन में ये बात आती है कि मैं दिनभर भिक्षा मांगता हूं, लोगों को शिक्षा देता हूं, कभी खाने को मिलता है तो कभी खाली पेट सोना पड़ता है.'

'5 सेकेंड की प्रार्थना से चावल डबल हो गया तो क्यों न इस तरह से चावल दोगुना से चौगुना कर दूं और फिर लखपति से अरबपति बन जाऊं और एशोआराम की जिंदगी जिऊं.'

' जब महात्मा जी के मन में ये बात आती है तो फिर से वो चावल को उंगली के हिसाब से बराबर करते हैं और दूसरी खाली कटोरी से पुन: ढककर भगवान से प्रार्थना करते हैं. लेकिन चावल डबल नहीं होता, बल्कि वह चावल पानी बन जाता है.'

OP Sharma Jr. का यह जादू देखकर प्रेमानंद जी महाराज प्रसन्न होकर हंस पड़ते हैं. फिर OP Sharma Jr. कहते हैं कि,'कभी भी किसी को लालच नहीं करना चाहिए. क्योंकि जब साधु महात्मा के मन में लालच आया तो चावल पानी बन गया.'

फिर जादूगर OP Sharma Jr. प्रेमानंद महाराज को अपने शो के लिए आमंत्रित करते हैं जिसपर महाराज जी कहते हैं कि हम वृंदावन से बाहर कभी नहीं जाते हैं.

आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'आप हमारे ब्रजधाम में आकर लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं लेकिन सबसे बड़े जादूगर हैं भगवान. '

' हर व्यक्ति का नाक, कान, आंख अलग हैं लेकिन हम सब में एक का ही अनंत रूप है, जो सबसे बड़ा जादूगर है.'

'कुछ भी सत्य नहीं लेकिन फिर भी सब है. सत्य एक परमात्मा है और इसी भ्रम को वो सत्य कर देता है.'