प्रेमानंद महाराज ने 'विष-किट' वाले वायरल महाराज को दी ये सीख, खुद बताया

26 August 2024

Credit: Instagram/Aniruddhacharya Maharaj

अनिरुद्धाचार्य महाराज का जन्म 27 सितंबर 1989 को मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से 9 किलोमीटर की दूर रेवझा नाम के गांव के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. 

मध्यप्रदेश में हुआ जन्म

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डॉ. अनिरुद्धाचार्य महाराज (Dr. Aniruddhacharya maharaj) सोशल मीडिया पर काफी वायरल हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल

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हाल ही में अनिरुद्धाचार्य महाराज एक पोडकास्ट में पहुंचे जहां उन्होंने प्रेमानंद महाराज के बारे में बात की.

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अनिरुद्धाचार्य महाराज से पोडकास्ट में पूछा गया कि आप प्रेमानंद महाराज को मानते हैं, उनको सुनते हैं?

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तो उन्होंने कहा, 'सभी संत पूज्य है और उन (प्रेमानंद महाराज) पर तो भगवान की ऐसी कृपा है कि वह हर समय  श्री राधा राधा ही जपते हैं और भगवान के ही  आश्रित रहते हैं.' 

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'हम सबको ही उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. हम सबको उनके दर्शन मात्र से ही पॉजिटिविटी मिल जाती है. हम भी उनके दर्शन करने गए थे और उन्होंने हमें सीख भी दी थी.'

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'उन्होंने कहा था, बेटा जो आप कर रहे हो वही सेवा करो और सदा अपने रास्ते पर रहना, भटकना मत.' 

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'बस संतों की तो एक बात पर्याप्त होती है. उन्हीं के मार्ग पर, उन्हीं के पद चिन्हों पर चल रहे हैं.'

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अनिरुद्धाचार्य महाराज बचपन में रोजाना श्री हनुमान चालीसा और गीता पाठ करते थे जिससे उनका धार्मिक ग्रंथों की ओर रुझान बढ़ा था.

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माता-पिता के सान्निध्य में रहकर अनिरुद्धाचार्य महाराज ने बाल्यकाल से ही गांव के श्री राधाकृष्ण मंदिर पर जाकर ठाकुर जी की सेवा पूजा में लगे रहते थे.

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इसके बाद वह वृंदावन में वेद पुराण और शास्त्रों का अध्ययन करने के लिए गए और काफी कम उम्र में ही उन्होंने शास्त्रों की पढ़ाई  की.

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