15 aug 2024
aajtak.in
सावन की पुत्रदा एकादशी 16 अगस्त यानी कल है. सनातन धर्म में एकादशी का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है.
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की उपासना की जाती है. पुत्रदा एकादशी साल में दो बार मनाई जाती है- पौष शुक्ल पक्ष और श्रावण शुक्ल पक्ष.
श्रावण मास की एकादशी पर पूजा करने से जातक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और श्रीहरि का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
ज्योतिषियों की मानें तो, सावन की पुत्रदा एकादशी पर कुछ गलतियों से सावधान रहना चाहिए, जो अशुभ मानी जाती है.
एकादशी के दिन दाल और अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए. बल्कि, इस दिन फल, दूध जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए.
इसके अलावा, एकादशी के दिन तामसिक भोजन जैसे मांस और मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
एकादशी के दिन व्रत के पारण से पहले व्रत न खोलें, ऐसा करना बहुत ही अशुभ माना जाता है.
इसके अलावा, एकादशी के दिन अपना मन शांत रखना चाहिए और किसी से लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए.
एकादशी के दिन श्रीहरि या शिव जी की पूजा में काले रंग के वस्त्र नहीं धारण करने चाहिए. इस दिन लाल, पीले या हरा रंग धारण करना चाहिए.