12 aug 2024
By: aajtak.in
रक्षा करने और करवाने के लिए बांधा जाने वाला पवित्र धागा रक्षाबंधन है. यह पवित्र पर्व श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है.
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इस दिन बहनें अपने भाई की रक्षा के लिए उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और भाई बहनों को उनकी रक्षा का वचन देते हैं.
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रक्षाबंधन को राखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. रक्षाबंधन का पर्व इस बार 19 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा.
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, रक्षाबंधन का पर्व हमेशा भद्रा रहित समय में मनाया जाना चाहिए क्योंकि भद्रा काल में शुभ व मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है.
इस बार पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त की सुबह 3:04 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 19 अगस्त की रात 11:55 मिनट पर होगा.
इस दिन भद्रा का साया 19 अगस्त की रात 2:21 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 1:21 पर होगा. और राखी आप दोपहर 1:21 मिनट के बाद ही बांध सकते हैं.
इस दिन राखी बांधने का सबसे खास दोपहर 1 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 20 मिनट तक रहेगा.
इसके अलावा इस दिन राखी प्रदोष काल में भी बांधी जा सकती है. प्रदोष काल का मुहूर्त 19 अगस्त को शाम 6:56 मिनट से लेकर रात 9:08 मिनट तक रहेगा.
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रक्षासूत्र तीन धागों का होना चाहिए- लाल, पीला और सफेद. रक्षासूत्र में चंदन लगा हो तो बेहद शुभ होगा. कुछ न होने पर कलावा भी श्रद्धा पूर्वक बांध सकते हैं.