ज्योतिष शास्त्र में रत्न पहनने के लिए कई निर्देश दिए गए हैं.
रत्नों का आपके जीवन पर कैसा असर होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने उसे कैसे, किस दिन और किस समय में पहना है.
जानें रत्न धारण करते हुए किन बातों का ख्याल रखें.
किसी भी रत्न को दूध में ना डालें. अंगूठी को जल से एक बार धोकर पहनें.
रत्न को दूध में रात भर डालकर ना रखें. कई रत्न दूध को सोख लेते हैं.
अपने मन की संतुष्टि के लिए अपने ईष्ट देवी की मूर्ति से स्पर्श करा कर रत्न धारण कर सकते हैं.
4, 9 और 14 तारीख को रत्न धारण नहीं करना चाहिए.
रत्न हमेशा दोपहर से पहले सुबह सूर्य की ओर मुख करके धारण करना चाहिए.
सुहागन महिलाएं रोहिणी, पुनर्वसु, पुष्य नक्षत्र में रत्न धारण ना करें.
ग्रहों के 9 रत्नों में से मूंगा और मोती को छोड़कर बाकी बहुमूल्य रत्न कभी बूढ़े नहीं होते हैं.
मोती की चमक कम होने पर और मूंगा में खरोंच पड़ जाए तो उसे बदल देना चाहिए.
महंगे रत्न सोने में धारण करें और सस्ते रत्न जैसे मोती, मूंगा और उपरत्न चांदी या सस्ती धातु में धारण कर सकते हैं.