शब्द-सुरों के महाकुंभ "साहित्य आजतक 2023" का आरंभ शुक्रवार से दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हुआ.
साहित्य आजतक के इस महाकुंभ में कई बड़े कवियों, स्पीकरों ने आकर महफिल जमाई. वहीं, इस कार्यक्रम के तीसरे दिन मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी भी आईं.
मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी के कार्यक्रम का नाम था "चाहे कृष्ण कहो या राम".
जया किशोरी ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा कि हर व्यक्ति जीवन में अपनी गलतियों से ही सीखता है.
साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि जीवन की अच्छी बातें धर्मग्रंथ ही सिखाते हैं. इसलिए, हर व्यक्ति को धर्मग्रंथ जरूर पढ़ने चाहिए.
जया किशोरी ने बताया कि चाहे राम हो या कृष्ण जीवन में दोनों ही मार्गदर्शन करते हैं. उन्होंने आगे बताया "राम हमें सिखाते हैं मर्यादा में कैसे रहते हैं और कृष्ण सिखाते हैं कि मर्यादा में रखते कैसे हैं".
आगे जया किशोरी ने कहा कि "ये स्थिति पर निर्भर करता है कहां और कैसे मर्यादा में रहना है".
साथ ही जया किशोरी ने ये भी बताया कि मर्यादा में रहना हमारे धर्मग्रंथ भी सिखाते हैं. उन्होंने कहा कि भगवान ने 24 अवतार लिए और हर अवतार जीवन में कुछ न कुछ सिखा कर जाता है.
साथ ही जया किशोरी ने बताया कि अगर आप जीवन में किसी को सीख दे रहे हैं तो उस बात को अपने जीवन में भी उतारिए. तभी आप किसी मुकाम तक पहुंच पाएंगे.