By Aajtak.in
न्याय देव शनि 17 जून से कुंभ राशि में उल्टी चाल चल रहे हैं. शनि, राहु और मंगल पाप ग्रह माने जाते हैं, लेकिन शनि न्याय का कारक भी है.
शनि को मंगल का शत्रु माना जाता है और मंगल 1 जुलाई को सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहा है, जिसके कारण समसप्तक योग बन रहा है.
मेष- यह समय आर्थिक रूप से अनुकूलता लेकर आएगा. धन-संपत्ति में वृद्धि के प्रबल योग हैं. बिजनेस करने वालों का काम फलेगा-फूलेगा.
वृषभ- शनि की वक्री चाल से शुभ योग केंद्र त्रिकोण राज योग बनेगा. ऐसे में मनचाही नौकरी और आमदनी में वृद्धि के योग बनेंगे.
मिथुन- आर्थिक मोर्चे पर वक्री शनि अनुकूलता लेकर आएगा, जो लंबे समय तक धन लाभ कराएगा. विदेश में पढ़ाई का सपना पूरा हो सकता है.
सिंह- सिंह राशि वालों को आकस्मिक धन प्राप्त होगा. आपकी रुकी हुई योजनाएं फिर से गति पकड़ने लगेंगी. व्यापार में अच्छी डील हाथ आएगी.
मकर- मकर राशि वालों के लिए शनि की वक्री चाल बैंक बैलेंस में बढ़ोत्तरी करेगी. धन की बचत करने में कामयाब होंगे.
समसप्तक योग कर्क, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों को नुकसान दे सकती है. इन राशि वालों को 5 महीने सतर्क रहना होगा.