शरीर के अंगों पर तिल होने का भी एक मतलब होता है. किसी अंग पर तिल का होना शुभ माना जाता है तो किसी अंग पर तिल का होना अशुभ.
आदमी के दोनों गाल पर भी तिल होने का अर्थ सामुद्रिक शास्त्र में बताया गया है. एक गाल पर तिल होना अच्छा तो एक पर काफी चिंतजनक है.
सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक, अगर किसी इंसान के दाएं गाल पर तिल होता है तो अच्छा माना जाता है. दाएं गाल पर तिल शुभ होता है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, दाएं गाल वाले लोगों को भाग्यशाली कहा जाता है. ऐसे लोग हमेशा खुशहाल रहते हैं.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों के दाएं गाल पर तिल होता है उन्हें कभी आर्थिक परेशानियों से भी नहीं जूझना पड़ता है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों के दाएं गाल पर तिल होता है उन्हें समय-समय पर धन लाभ होता रहता है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, दाएं गाल पर अगर तिल होता है तो उसकी किस्मत बहुत अच्छी होती है. कम उम्र से ही वह हर काम में सफल हो जाता है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, इंसान के बाएं गाल पर तिल होना शुभ नहीं होता है. बाएं गाल पर जिसके तिल होता है वह इंसान बेहद खर्चीला हो सकता है.
वहीं माथे पर तिल शुभ होता है. ऐसे लोगों के पास पैसों की कमी नहीं होती है. यह लोग हमेशा खुशहाल रहते हैं.