सर्व पितृ अमावस्या 14 अक्टूबर यानी कल मनाई जाएगी. यह पितृ पक्ष की आखिरी दिन होता है.
सर्व पितृ अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है, जो कि बेहद खास संयोग माना जा रहा है.
साथ ही सर्व पितृ अमावस्या के दिन ही शनि अमावस्या का संयोग भी बनने जा रहा है.
सर्व पितृ अमावस्या के दिन उन पितरों का तर्पण किया जाता है जिनकी तिथि परिवार वाले भूल जाते हैं.
ज्योतिषियों की मानें तो अमावस्या के दिन कुछ कार्य नहीं करने चाहिए. चलिए जानते हैं कि आखिर सर्व पितृ अमावस्या के दिन कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
माना जाता है कि अमावस्या के दिन बुरी या नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं इसलिए इस दिन श्मशान या सुनसान जगहों से नहीं गुजरना चाहिए.
सर्व पितृ अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए. स्नान और पूजा से पहले इस दिन कुछ भी खाना नहीं चाहिए.
सर्व पितृ अमावस्या के दिन सिर्फ ब्रह्मचर्य का ही पालन करना चाहिए और भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए.
सर्व पितृ अमावस्या के दिन मदिरा, मांस, मछली आदि चीजों के सेवन को वर्जित माना जाता है. इसलिए इन चीजों के सेवन से बचें.
पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण एवं उपवास करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें. अमावस्या के दिन दान का भी बहुत महत्व होता है.