सावन की 04 जुलाई यानी आज से हो चुकी है और इसका समापन 31 अगस्त को होगा.
इस साल सावन 2 महीने का रहेगा. जो कि हर भक्त के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
सावन का हर दिन बेहद खास माना जाता है क्योंकि इस माह के हर दिन में शिवलिंग की पूजा होती है.
सावन में महादेव को प्रसन्न करने के लिए भक्त अलग अलग तरीके से उनकी उपासना करते हैं. तो आइए जानते हैं कि सावन में शिवलिंग पर क्या अर्पित न करें.
शिवलिंग पर तुलसी चढ़ाना बेहद अशुभ माना जाता है. क्योंकि, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शिवजी ने तुलसी के पति असुर जालंधर का वध किया था.
शिवपुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी के झूठ में केतकी फूल ने उनका साथ दिया था, जिससे रुष्ट होकर शिव जी ने केतकी को श्राप दिया. कहा कि, मेरी पूजा में कभी भी केतकी का फूल अर्पित नहीं किया जाएगा.
महादेव की पूजा में हल्दी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. क्योंकि हल्दी को स्त्री से संबंधित माना जाता है.
महादेव की पूजा में टूटे हुए चावलों का इस्तेमाल करना वर्जित माना जाता है. इससे भगवान शिव की पूजा सफल नहीं होती है.
शिवलिंग पर तिल को अर्पित करना वर्जित माना गया है. ऐसे में भूलकर भी भगवान शिव की पूजा में तिल का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
शिव जी ने शंखचूड़ का वध किया इसलिए कभी भी शंख से शिव जी को जल अर्पित नहीं किया जाता है. शंखचूड़ के अत्याचारों से देवता परेशान थे.