सावन में बेलपत्र से जुड़ी न करें ये गलतियां, भगवान शिव हो जाएंगे नाराज

सावन में बेलपत्र से जुड़ी न करें ये गलतियां, भगवान शिव हो जाएंगे नाराज

सावन माह की शुरुआत हो चुकी है. सावन के इस माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है. 

सावन में शिवलिंग पर जल चढ़ाने और भोलेनाथ की प्रिय चीजों को अर्पित करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. 

भगवान शिव की सबसे प्रिय चीज है बेलपत्र. बिना बेलपत्र के भगवान शिव की पूजा अधूरी है. 

बेलपत्र के दैवीय प्रयोग के अलावा, औषधीय प्रयोग भी होते हैं. 

आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि सावन में बेलपत्र से जुड़ी कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए. 

भोलेनाथ को बेलपत्र को देखकर अर्पित करें. पत्तियां टूटी हुई न हो और उसमें छेद भी नहीं होने चाहिए. 

बेलपत्र में तीन पत्तियों का एक डंठल होता है. यानी तीन पत्तियां मिलाकर एक बेल का पत्ता बनता है. इस बात का भी ख्याल रखें. 

जब भी भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करें सिर्फ चिकनी सतह की तरफ से ही करें.

अगर आपके पास ढेर सारे बेलपत्र है तो उसमें से 5, 11, 21, 51 और 101 अंक का ही अर्पित करें

अगर आपको भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाना है तो सोमवार के दिन कभी भी बेलपत्र न तोड़ें बल्कि सोमवार से पहले बेल के पत्ते तोड़ लें.