सावन की पहली शिवरात्रि का व्रत 15 जुलाई 2023 यानी कल रखा जाएगा. शिवरात्रि का दिन भगवान शिव को बेहद प्रिय होता है.
कहते हैं कि मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है.
श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. यह दिन बेहद खास माना जाता है.
इस दिन कावड़िए भगवान शिव पर जल चढ़ाएंगे. तो आइए जानते हैं कि सावन की मासिक शिवरात्रि के दिन किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
सावन की पहली शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए और ना तुलसी से बना पंचामृत भोग लगाएं.
इस व्रत के दिन शिवलिंग पर कुमकुम और सिंदूर अर्पित न करें.
साथ ही मासिक शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर नारियल का जलाभिषेक न करें.
इस दिन भगवान शिव को केतकी और चंपा के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए.
भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी टूटे हुए चावल या अक्षत नहीं चढ़ाने चाहिए. अक्षत मतलब- अटूट चावल, यह पूर्णता का प्रतीक है.