सावन का महीना चल रहा है और इस महीने का पहला प्रदोष व्रत 15 जुलाई को पड़ रहा है. यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है.
सावन के प्रदोष व्रत में पूजा-अर्चना का फल कई गुना बढ़ जाता है. इस दिन महादेव की पूजा से मनचाहा फल प्राप्त हो जाता है.
लेकिन प्रदोष व्रत में शिव या शिवलिंग की पूजा करते वक्त 5 गलतियां कभी नहीं करनी चाहिए. अन्यथा आपको पूजा का फल नहीं मिलेगा.
सावन का पहला प्रदोष व्रत रखने वाली महिलाएं ध्यान रखें कि उन्हें शिवलिंग को स्पर्श नहीं करना चाहिए. इससे देवी पार्वती रुष्ट हो जाती हैं.
चूंकि शिवलिंग को पुरुष तत्व से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए शिवलिंग पर कभी हल्दी का तिलक नहीं करना चाहिए.
सावन के प्रदोष व्रत में उपासक को काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक होता है.
भगवान शिव को भूलकर भी केतकी के फूल, तुलसी की पत्तियां, नारियल का पानी, शंख का जल, कुमकुम या सिंदूर न चढ़ाएं.
प्रदोष व्रत में अपना खान-पान बिल्कुल सात्विक रखें. लहसुन-प्याज जैसे तामसिक भोजन या मांस-मदिरा का सेवन न करें.