सावन की शुरुआत 4 जुलाई से हो चुकी है. सावन शिवजी की आराधना का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है.
इस बार का सावन 58 दिन का है. साथ ही सावन 28 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार आने वाला है.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, श्रावण मास में शिवलिंग पर चंदन लगाना बेहद शुभ माना जाता है.
पंडित प्रदीप मिश्रा जी के मुताबिक, शिवलिंग के सात स्थानों पर चंदन लगाने से बैकुंठ की प्राप्ति होती है. तो आइए जानते हैं शिवलिंग के उन 7 स्थानों के बारे में.
शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाना सबसे शुभ माना जाता है और उसके बाद भोलेनाथ की उपासना करें. इससे धन धान्य का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
शिवलिंग जलाधारी के ठीक दांयीओर गणेशजी का स्थान होता है. गणेश जी के स्थान पर चंदन लगाना शुभ माना जाता है. ऐसा करने से आर्थिक स्थिति अच्छी होती है.
शिवलिंग में जलाधारी के ठीक बांयीओर का स्थान कार्तिकेय महाराज का होता है. उस जगह भी चंदन लगाना अच्छा माना जाता है.
शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय जहां से जल नीचे की ओर बहता है, उस जगह को अशोक सुंदरी कहते हैं. अशोक सुंदरी को चंदन अर्पित करने से व्यापार संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी.
शिवलिंग पर जहां से जल बहता है, उस स्थान को भी चंदन अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी.
शिवलिंग के पीछे वाले स्थान पर भी चंदन का टीका लगाना चाहिए. परिवार से संबंधित सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी.
आखिरी स्थान है नंदी. नंदी को भी चंदन का टीका करना चाहिए. ऐसा करने से सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाएगी.