By: Aajtak.in
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि और चंद्रमा कुंभ राशि में 12 मई से 14 मई तक रहेंगे. यहां दोनों ग्रहों की युति विष योग का निर्माण करेगी.
वैदिक ज्योतिष में शनि और चंद्रमा से बनने वाला विष योग अशुभ माना जाता है.
यह योग 36 घंटे तक भारी रहता है. ये योग जीवनभर अशुभ फल प्रदान करता है. कुंडली में जब ये दोनों ग्रह एक साथ किसी भी तरह का संबंध बनाते हैं तो विष योग की स्थिति बनती है.
आइए जानते हैं कि शनि और चंद्रमा की युति से बनने जा रहा विष योग किन 3 राशियों के लिए अशुभ साबित होगा.
कर्क राशि वालों के अष्टम भाव में ये विष योग बनेगा. कर्क राशि वालों के लिए ये युति विनाशकारी साबित हो सकती है. किसी में क्षेत्र में सफलता पाने के लिए बेहद मेहनत करनी पड़ सकती है.
दांपत्य जीवन में कमी आ सकती है. संतान पक्ष से बुरी खबर मिल सकती है. आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
कार्यक्षेत्र में तनाव का सामना करना पड़ सकता है. शत्रुओं से सावधान रहना होगा. खर्चों पर नियंत्रण रखें. कर्ज ज्यादा बढ़ सकता है.
वृश्चिक राशि वालों के विष योग बारहवें भाव में बनेगा. इस दौरान आपका झगड़ा हो सकता है. सेहत का ध्यान रखना होगा. शनि की चल रही साढ़ेसाती से भी सावधान रहना होगा.
लेनदेन के मामलों में सावधान रहना होगा. निवेश से धन का नुकसान उठाना पड़ सकता है. मानसिक तनाव का सामना भी करना पड़ सकता है.