शनिदेव का नाम आते ही मन घबराने लगता है. शनि को दंड के स्वामी माने जाते हैं.
शनि कर्म के देवता हैं और आपके किए गए कार्य का फल जरूर देते हैं. इसलिए ग्रहों की चाल में शनि को लेकर अब घबराने की जरूरत नहीं है.
आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि शनि की कौन सी चमत्कारी वस्तुएं हैं और कैसे इनका प्रयोग करना है.
शनि की पीड़ा को समाप्त करने के लिए लोहे का छल्ला धारण किया जाता है. ये छल्ला अगर घोड़े की नाल से बना हो तो ज्यादा लाभकारी होता है.
शनिवार को लोहे के छल्ले को सरसों के तेल में थोड़ी देर के लिए रखे दें. फिर जल से धोकर दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करें.
शनि के लिए सरसों के तेल का दान करना और प्रयोग करना काफी अनुकूल परिणाम देता है. जीवन में सफलता पाने के लिए सरसों के तेल का विशेष प्रयोग करें.
शनिवार को सुबह लोहे के पात्र में सरसों का तेल लें, उसमें एक रुपए का सिक्का डालें. तेल में अपना चेहरा देख कर, ये तेल किसी निर्धन व्यक्ति को दान कर दें.
शनि के कारण धन की समस्याओं में काली उड़द की दाल या काले तिल का प्रयोग करें. शनिवार की शाम को काली उड़द और काला तिल किसी गरीब को दान कर दें.
दान करने के साथ ही साथ आपकी आर्थिक समस्याएं समाप्त हो जाएंगी.
घोड़े की नाल का शनि के लिए अत्यंत महत्व होता है. उसी घोड़े की नाल का शनि के लिए प्रयोग करें जो घोड़े के पैर में पहले लगी हो.
एकदम नई खरीदी गई इस्तेमाल ना की गई नाल कोई प्रभाव पैदा नहीं करती है.