ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि देव का जन्म हुआ था. इसे शनि जयंती कहते हैं. इस बार शनि जयंती 19 मई को मनाई जाएगी.
ज्योतिषविद कहते हैं कि शनि जयंती पर कुछ गलतियों के कारण शनि रुष्ट हो जाते हैं. आइए आपको ऐसी 3 गलतियों के बारे में बताते हैं.
शनि मंदिर जाकर ज्यादातर लोग एक गलती हमेशा करते हैं. दरअसल, वे शनि के ठीक सामने खड़े होकर उनकी पूजा करना.
शनि के ठीक सामने खड़े होने से उनकी व्रक दृष्टि साधक पर पड़ती है. शनि की वक्र या टेढ़ी दृष्टि धनवान को भी सड़क पर ला सकती है.
कहते हैं कि शनि की पत्नी ध्वजिनी ने उन्हें ये श्राप दिया था कि जिस इंसान पर भी उनकी वक्र दृष्टि पड़ेगी, उसके उल्टे दिन शुरू हो जाएंगे.
इसलिए शनि मंदिर में हमेशा थोड़ा कोने या साइड में खड़े होकर ही पूजा-पाठ करें. ताकि आप उनकी टेढ़ी नजर से बच सकें.
शनि जयंती के दिन लोहा, तेल और झाड़ू खरीदने से बचें. शनि जयंती पर इन चीजों की खरीदारी बहुत अशुभ मानी जाती है.
गरीबों को परेशान करने वाले लोगों को शनि कभी माफ नहीं करते हैं. शनि जयंती पर ये गलती करने वाले निश्चित ही इसकी सजा भोगते हैं.