18 मार्च को शनि कुंभ राशि में उदित होने जा रहे हैं. इससे पहले शनि 11 फरवरी को शनि कुंभ राशि में ही अस्त हुए थे.
दरअसल, 18 मार्च को शनि सुबह 7 बजकर 49 मिनट पर उदित हो जाएंगे. ज्योतिष में शनि को बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है.
वैदिक ज्योतिष में शनि को सबसे धीमी वाला ग्रह माना जाता है. शनि एक राशि में लगभग ढाई वर्ष तक विराजमान रहते हैं.
इसलिए, शनि का अस्त अवस्था से उदित अवस्था में आना कुछ जातकों के लिए अत्यंत शुभ होगा तो कुछ जातकों के लिए परेशानी भरा.
शनि वृषभ वालों के दशम भाव में उदित होंगे. इस समय वृषभ वालों को भाग्य का साथ प्राप्त होगा. रुके हुए काम बनने लगेंगे. कार्यक्षेत्र में आपको उन्नति मिलेगी. मनचाही सफलता प्राप्त हो सकती है.
व्यापार में उन्नति के मार्ग खुलेंगे. काम के सिलसिले में विदेश यात्रा हो सकती है. कारोबार में नए अवसर प्राप्त होंगे. वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा.
शनि तुला वालों के पंचम भाव में उदित होंगे. इस समय संतान की प्राप्ति हो सकती है. संबंधों में मधुरता बढ़ सकती है. आमदनी अच्छी हो जाएगी. जीवनसाथी के साथ प्रेम संबंध बनेंगे. धन संचित करने में सफल होंगे.
शनि धनु वालों के तीसरे भाव में उदित होंगे. इस दौरान आपको यात्राओं से लाभ होगा. दोस्तों के साथ ज्यादा समय व्यतीत करेंगे. कार्यों में भी सफलता प्राप्त होगी. कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन अच्छा करेंगे. भाग्य का साथ प्राप्त होगा.