शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर, रविवार को हुई थी. 23 अक्टूबर यानी कल नवरात्रि की महानवमी है.
अष्टमी की तरह ही इस दिन भी कुछ लोग कन्या पूजन करते हैं और व्रत का पारण भी करते हैं.
महानवमी के दिन माता सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है. इस दिन माता सिद्धिदात्री की उपासना से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती है.
महानवमी की तिथि की शुरुआत 22 अक्टूबर यानी आज शाम 7 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 23 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 44 मिनट पर होगा.
हालांकि, इस तिथि के बीच में आप कभी भी कन्या पूजन कर सकते हैं. साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है.
लेकिन, नवमी तिथि के लिए दो मुहूर्त सबसे ज्यादा शुभ है जिसमें एक मुहूर्त सुबह 6 बजकर 27 मिनट से लेकर सुबह 7 बजकर 51 मिनट तक रहेगा और एक मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 55 मिनट तक रहेगा.
कन्या पूजन अष्टमी और नवमी दोनों दिन किया जा सकता है. इस दिन सुबह उठ कर घर को साफ सुथरा कर लें, इसके बाद स्नान करके पवित्रता के साथ प्रसाद तैयार करें.
इस दिन कन्याओं को सुबह भोजन के लिए आमंत्रित करें और उन्हें आदर-सत्कार के साथ बैठाएं. ध्यान रहे कन्याओं की उम्र दो साल से लेकर दस साल के बीच होनी चाहिए.