शारदीय नवरात्रि में नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है. इस साल नवमी तिथि 23 अक्टूबर दिन सोमवार को पड़ रही है.
इस दिन देवी के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है. नवमी तिथि पर कन्या पूजन के साथ ही शारदीय नवरात्रि समाप्त हो जाते हैं.
नवमी पर कन्या पूजन करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इस दिन घर में 9 कन्याओं के साथ एक बालक को बुलाकर पूजन किया जाता है.
ज्योतिषविदों का कहना है कि महानवमी पर कन्या पूजन शुभ मुहूर्त में करना उचित होता है. आइए जानते हैं इस दिन इसका शुभ मुहूर्त क्या है.
महानवमी पर कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त 23 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 27 मिनट से लेकर सुबह 7 बजकर 51 मिनट तक रहेगा.
यानी नवमी पर कन्या पूजन के लिए आपको सिर्फ 1 घंटा 24 मिनट का समय मिलने वाला है. इसी अवधि में कन्या पूजन करना शुभ होगा.
नवमी से एक दिन पहले कन्या पूजन के लिए कन्याओं को आमंत्रित करें. कन्याओं के पैरों को दूध से भरे थाल में धुलवाएं और स्वागत करें.
इसके बाद सबसे पहले इनके माथे पर अक्षत, फूल और कुमकुम लगाएं. लाल चुनरी ओढ़ाएं और पैर छूकर आशीष लें.
देवी रूपी कन्याओं को इच्छानुसार भोजन कराएं. आप हलवा, पूरी और चने इनकी थाली में परोस सकते हैं. फिर कन्याओं को दान दक्षिणा दें.