हिंदू पंचांग के अनुसार, षटतिला एकादशी माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है.
इस बार षटतिला एकादशी का व्रत 6 फरवरी को रखा जाएगा. इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करना बेहद शुभ माना जाता है.
वहीं, षटतिला एकादशी के दिन तिल से जुड़े विशेष प्रयोग किए जाते हैं जिससे जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं.
ज्योतिषियों की मानें तो षटतिला एकादशी के दिन कुछ गलतियों से सावधान रहना चाहिए. तो आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में.
कहते हैं कि षटतिला एकादशी के दिन शुद्ध और सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए नाकि मांसाहारी.
इसके अलावा षटतिला एकादशी के दिन गहरे रंग जैसे काले या नीले के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए. बल्कि इस दिन पीला या लाल रंग धारण करना बेहद शुभ माना जाता है.
षटतिला एकादशी के दिन बैंगन और चावल का भी सेवन नहीं करना चाहिए.
इस एकादशी पर पूरी तरह से ब्रह्मचर्य का पालन भी करना चाहिए. साथ ही जमीन पर सोना चाहिए.
षटतिला एकादशी के दिन मदिरा का भूल से भी सेवन नहीं करना चाहिए और ना ही प्याज लहसुन का.